Journey With Myself Promotion : Promote to win a top level domains + Hosting!
This is a promotional giveaway where you could win the following prizes: Top Level Domains [Like *.com *.org *.in etc] Premium hosting for 1 year Many domains This promotion will run from Sunday, 12th October’ 2011 to 31st October’ 2011 00:00 hours (mid-night). Result of the promotion will be announced on within a week and prizes will be distributed to all the winners in the next 3 weeks’ time.
Every Day is A New Day
New day.. New office location.. New Seat.. So many new things happened to me before this new year comes. Newness always brings enthusiasm and excitement. Hope this New Year also comes with hand full of surprises as Every Day is a New Day indeed..!!!
12 Most Famous Love Stories of All Time
When: 31 BC Where: Rome and Egypt What’s So Special about Their Love: These two had a love so strong, war was waged against them to break them up. When Mark Antony left his wife, Octavia, for the mesmerizing Cleopatra, Octavia’s brother Octavian brought the army of Rome to destroy them. These two lovers were so entranced with each other that they committed suicide rather than be apart- the ultimate Romeo and Juliet true love story.
Mahatma`s Teachings
I like both the movies MunnaBhai MBBS and Lage Raho MunnaBhai. I dont know about the Gandhi`s political decisions but I believe in his teachings to the nation.
Universal Truth about Boys............lolz!!
Now i truly admit, Google is very very very smart......
Wednesday, September 25, 2013
Monday, September 23, 2013
Devils u do - stay with u. Angles u do - come back to u.
What is your story? Everyone has one. No two stories are the same. There are over 7 billion people in this world and none are like you.
You are unique. Your entire life journey including your upbringing, challenges, your hard learned lessons, your experiences, achievements
and gifts, are all a series of footprints that have brought you to this very moment in time.
If you feel why life is treating like me like this and why its only me even though I do all the good things in the world
then please start givng love more and b emore nicer to this world as they need you more than your personal needs and desires.
Friday, September 20, 2013
Aries Men and Virgo Women - Marriage Compatibility
Tuesday, September 17, 2013
Radha Krishna
स्वर्ग में विचरण करते हुए
अचानक एक दुसरे के सामने आ गए
विचलित से कृष्ण ,प्रसन्नचित सी राधा
कृष्ण सकपकाए, राधा मुस्काई
इससे पहले कृष्ण कुछ कहते राधा बोल उठी
कैसे हो द्वारकाधीश ?
जो राधा उन्हें कान्हा कान्हा कह के बुलाती थी
उसके मुख से द्वारकाधीश का संबोधन
कृष्ण को भीतर तक घायल कर गया
फिर भी किसी तरह अपने आप को संभाल लिया
और बोले राधा से .........
मै तो तुम्हारे लिए आज भी कान्हा हूँ
तुम तो द्वारकाधीश मत कहो!
आओ बैठते है ....
कुछ मै अपनी कहता हूँ कुछ तुम अपनी कहो
सच कहूँ राधा जब जब भी तुम्हारी याद आती थी
इन आँखों से आँसुओं की बुँदे निकल आती थी बोली राधा ,मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ
ना तुम्हारी याद आई ना कोई आंसू बहा
क्यूंकि हम तुम्हे कभी भूले ही कहाँ थे
जो तुम याद आते
इन आँखों में सदा तुम रहते थे
कहीं आँसुओं के साथ निकल ना जाओ
इसलिए रोते भी नहीं थे
प्रेम के अलग होने पर तुमने क्या खोया
इसका इक आइना दिखाऊं आपको ?
कुछ कडवे सच ,प्रश्न सुन पाओ तो सुनाऊ?
कभी सोचा इस तरक्की में तुम कितने पिछड़ गए
यमुना के मीठे पानी से जिंदगी शुरू की
और समुन्द्र के खारे पानी तक पहुच गए ?
एक ऊँगली पर चलने वाले सुदर्शन चक्रपर
भरोसा कर लिया और
दसों उँगलियों पर चलने वाळी
बांसुरी को भूल गए ?
कान्हा जब तुम प्रेम से जुड़े थे तो ....
जो ऊँगली गोवर्धन पर्वत उठाकर लोगों को विनाश से बचाती थी प्रेम से अलग होने पर वही ऊँगली
क्या क्या रंग दिखाने लगी
सुदर्शन चक्र उठाकर विनाश के काम आने लगी
कान्हा और द्वारकाधीश में
क्या फर्क होता है बताऊँ
कान्हा होते तो तुम सुदामा के घर जाते
सुदामा तुम्हारे घर नहीं आता
युद्ध में और प्रेम में यही तो फर्क होता है
युद्ध में आप मिटाकर जीतते हैं
और प्रेम में आप मिटकर जीतते हैं
कान्हा प्रेम में डूबा हुआ आदमी
दुखी तो रह सकता है
पर किसी को दुःख नहीं देता
आप तो कई कलाओं के स्वामी हो
स्वप्न दूर द्रष्टा हो
गीता जैसे ग्रन्थ के दाता हो
पर आपने क्या निर्णय किया
अपनी पूरी सेना कौरवों को सौंप दी?
और अपने आपको पांडवों के साथ कर लिया
सेना तो आपकी प्रजा थी
राजा तो पालाक होता है
उसका रक्षक होता है
आप जैसा महा ज्ञानी
उस रथ को चला रहा था जिस पर बैठा अर्जुन
आपकी प्रजा को ही मार रहा था
आपनी प्रजा को मरते देख
आपमें करूणा नहीं जगी
क्यूंकि आप प्रेम से शून्य हो चुके थे
आज भी धरती पर जाकर देखो
अपनी द्वारकाधीश वाळी छवि को
ढूंढते रह जाओगे हर घर हर मंदिर में
मेरे साथ ही खड़े नजर आओगे
आज भी मै मानती हूँ
लोग गीता के ज्ञान की बात करते हैं
उनके महत्व की बात करते है
मगर धरती के लोग
युद्ध वाले द्वारकाधीश पर नहीं
प्रेम वाले कान्हा पर भरोसा करते हैं
गीता में मेरा दूर दूर तक नाम भी नहीं है
पर आज भी लोग उसके समापन पर
" राधे राधे" करते हैं